Bibliography. ग्रंथ सूची किसे कहते हैं? इसे ग्रंथ सूची क्यों कहा जाता है? What is called bibliography?

What is Bibliography? ग्रंथ सूची किसे कहते हैं?

Bibliography एक प्रकार की सूची है। किसी विषय पर लिखे गए पुस्तकों की सूची। यह एक ऐसी सूची है जिसमें उस विषय पर लिखे गए सबसे अच्छे पुस्तकों का एक स्थान पर संग्रह होता है।

Bibliography meaning in Hindi – बिबलियोग्राफी मतलब हिंदी में

Bibliography मुख्य रूप से पुस्तकों की एक सूची है। लेकिन रिसर्च पेपर की सूची भी बनाई जा सकती है। उसी प्रकार से किसी विषय विशेष से संबंधित कितनी वेबसाइट हैं जहां गुणवत्तापूर्ण जानकारी प्राप्त होती है, उसकी भी एक सूची बनाई जा सकती है। उसे भी Bibliography कहा जाता है। हैंडबुक्स की सूची को Bibliography ऑफ हैंडबुक कहा जाता है। इसी प्रकार से एनसाइक्लोपीडिया का भी Bibliography होता है।

Bibliography का महत्‍व।। Importance of Bibliography

Bibliography का प्रयोग शोध में बहुत अधिक होता है। एक रिसर्चर जब लिटरेचर रिव्यू करता है, तो अपने चुने गए विषय से संबंधित गुणवत्तापूर्ण पुस्तकें ढूंढना सबसे पहला काम होता है। इसमें Bibliography चुने गए विषय पर महत्वपूर्ण पुस्तकों की एक सूची प्रदान कराता है। इस प्रकार Bibliography का प्रयोग रिसर्च सिनॉप्सिस बनाने में, थीसिस लिखने में, रिसर्च प्रोजेक्ट बनाने में, रिसर्च प्रपोजल तैयार करने में एवं अन्य सभी प्रकार के प्रशासन में होता है।  

इसे ग्रंथ सूची क्यों कहा जाता है?

किसी रिसर्च पेपर या थीसिस के लास्ट में जो सूची पाई जाती है उसे हम Bibliography नहीं कहते हैं उसे हम संदर्भ ग्रंथ सूची (references) कहते हैं। Bibliography किसी विषय पर लिखी गई पुस्‍तकों की सूची होता है।

संदर्भ ग्रंथ सूची वैसे पुस्तकों या रिसर्च पेपर इत्यादि की एक सूची है जो रिसर्च पेपर लिखने या किसी पुस्तक को लिखने में प्रयोग किया गया हो। पुस्तक के अंत में लगी संदर्भ ग्रंथ सूची यह बताता है कि इस पुस्तक को तैयार करने में किन-किन रिसर्च पेपर, बुक इत्यादि का प्रयोग किया गया है।

Bibliography में जिन पुस्‍तकों का उल्‍लेख होता है उसके लेखक का नाम टाइटल, प्रकाशन वर्ष, प्रकाशक का नाम एवं प्रकाशक का स्थान दिया रहता है। अब प्रकाशक के स्थान पर पुस्‍त्‍क का यू आर एल लिंक दिया जा रहा है। ताकि उसके माध्यम से लोग Bibliography की ऑनलाइन उपलब्धता जांच कर सकें। और वहां जाकर उसका उपयोग कर सकें।

Bibliography में इन तमाम जानकारी के साथ उसमें वर्णित विषयों का सारांशिका भी दिया जाता है। इससे पाठक उस Bibliography में शामिल पुस्‍त्‍कोंके मूल विषयों को आसानी से समझ सके।

रिसर्च में Bibliography का बहुत महत्व होता है। रिसर्च का आधार लिटरेचर रिव्यू होता है। लिटरेचर रिव्यू में हम किसी विषय से संबंधित महत्वपूर्ण पुस्तकों को सबसे पहले पढ़ते हैं। और यह पता लगते हैं कि इस विषय के किन-किन क्षेत्रों पर विद्वानों ने क्या-क्या राय रखा है। इस विषय से संबंधित मतभेद क्या-क्या हैं। विषय संबंधित गुणवत्तापूर्ण पुस्‍तकों की सूची तैयार करने में काफी समय लग जाता है। इस समय की बचत करने के लिए ही Bibliography बनाई जाती है। ताकि रिसर्चर को एक ही स्थान पर आसानी से मिल जाए।

इन्हें समय-समय पर अपडेट करने की जरूरत पड़ती है। क्योंकि 5 साल पहले अगर कोई Bibliography बना है तो उस टॉपिक पर जितनी भी नई पुस्तक या रिसर्च हुआ है या हैंडबुक लिखा गया है उन सभी का उसमें समाहित करने के लिए उसे अपडेट करते रहना पडता है। यह Bibliography तैयार करने वाले रिसर्चर का कार्य होता है।

Bibliography का रिसर्च में महत्‍व ।। Importance of Bibliography in research

अगर आप भी एक रिसर्चर हैं तो सबसे पहले आपको अपने टॉपिक का Bibliography ढूंढना चाहिए। ऑक्सफोर्ड Bibliography एक ऐसा जगह है जहां आपको बहुत गुणवत्तापूर्ण पुस्‍तकों की सूची आसानी से मिल जाता है। यहाँ कुछ तो फ्री में दिखता है पुरा Bibliography  के ल‍िए आपको उसे खरीदना पडेगा या विश्‍वविद्यालय के आइ डी का प्रयोग करना पडेगा।आपको वहां जाकर अपने विषय की Bibliographyढूंढनी चाहिए।

ऑक्सफोर्ड हजारों विषयों पर Bibliography प्रकाशित किया है।

एक गुणवत्तापूर्ण रिसर्च के लिए Bibliography प्रथम सीढ़ी है।

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