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AI ने International Mathatical Olympiad (IMO) के 30 में से 25 प्रश्न को हल कर दिया। यह क्षमता जिन बच्चों में होती है वे ओलंपियाड में गोल्ड मेडल प्राप्त करते हैं।
आप किसी भी क्षेत्र में कार्य करते हो। AI से अछूते नहीं रह सकते। हमारे जीवन के हर क्षेत्र में AI प्रवेश कर चुका है। और अब इसकी क्षमता मानव के तार्किक क्षमता के स्तर तक पहुंच चुका है। यह इतनी बढ़ गई है कि यह आये दिन अचंभित करने वाले समाचार आते रहते हैं।
ज्यामिति के प्रश्नों को हल करने में AI मॉडल ज्यामिति में दक्ष भी हो रहे हैं। इनका अंदाजा इससे लगाया सकता है कि यह ज्यामिति के उन प्रश्नों को भी आसानी से सॉल्व कर रहे हैं, जो विश्व के सबसे टैलेंटेड गणित के विद्यार्थी हल कर पाते हैं।
17 जनवरी 2024 को नेचर में एक लेख छपा। जिसमें यह कहा गया है कि AI ज्यामिति के वैसे प्रश्न को भी आसानी से हल कर सकता है। ये ऐसे प्रश्न थे जिन्हें विश्व के सबसे टैलेंटेड विद्यार्थी हल कर पाते हैं।
AI लिए त्रिभुज से संबंधित या वृत्त से संबंधित या वर्ग से संबंधित तथ्यों को पहचाना बहुत आसान हो गया है। यह कठिन से कठिन ज्यामिति के प्रमेय (theory) से संबंधित प्रश्नों को आसानी से हल कर देते हैं।
जब IX और X की कक्षा में अध्ययन कर रहे थे, उस समय ज्यामिति में हमें साबित करना होता था कि सिद्ध करें कि त्रिभुज के तीनों कोणों का योग 1800 होता है। इसमें इतना लिखता होता था कि वह सभी विद्यार्थी के वश के बाहर की बात होती थी। आज इतने तार्किक वाले समस्याओं को भी AI आसानी से हल कर दे रहा है।
AI टूल जिसका नाम AlphaGeometry है। उसे International Mathatical Olympiad के ज्यामिति के 30 प्रश्न हल करने के दिये गए। इस टूल 30 में से 25 प्रश्नों को सफलतापूर्वक हल कर दिया। इस परिणाम ने AI विशेषज्ञों को चौका दिया।
30 में से 25 प्रश्नों का हल करने वालों को ओलंपियाड मेंगोल्ड मेडल दिया जाता है।
केविन बजर जो की एक गणितज्ञ हैं। लंदन के इंपीरियल कॉलेज में पढ़ते हैं। उनका कहना है कि ज्यामिति शिक्षा जगत के उन क्षेत्रों में से है जहां ओलंपियाड की तैयारी करने वाले बच्चे ही अच्छे करते हैं। क्योंकि ये प्रश्न के लिए बहुत अधिक चिंतन क्षमता, अभ्यास और दक्षता की आवश्यकता होती है।
उनका मानना है कि ओलंपियाड के प्रश्नों को हल करने में बहुत अधिक तार्किक और चिंतन शक्ति की जरूरत पड़ती है। ओलंपियाड के 25 प्रश्नों का हल करना बहुत बड़ी उपलब्धि है। अगर इस तरह से रिसर्च आगे होते रहा तो यह टूल ज्यामिति के सिद्धांतों को साबित करने के लिए जिस स्तर की मनुष्य की बुद्धि और भाषा की आवश्यकता होती है उसे भी लिखने में सफल हो जाएगा।
AI टूल का विकास करने वाले ट्रेनर गणित के कठिन से कठिन प्रश्नों को देकर उसे हल करने के लिए AI को ट्रेंड कर रहे हैं। और इसका परिणाम भी अच्छा आ रहा है। लेकिन कभी-कभी AI टूल बहुत ही हास्यास्पद उत्तर दे देता है।
Minerva एक ऐसा ही AI टूल है जिसे गणित के समस्याओं को हल करने के लिए बनाया गया है! इसका विकास Google ने किया है। इस टूल को डेवलप करने के पीछे उद्देश्य है कि इसका उपयोग रिसर्च में किया जाए।
आश्चर्य की बात यह है कि AI विशेषज्ञों के अनुसार अभी AI का विकास अपने प्रारंभिक चरण से आगे ही बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि जो भी jobs अभी मानव कर रहे हैं उसमें से 90% से भी अधिक AI से बने रोबोट कर देंगे। रोजगार वैसे ही गायब हो जायेंगे जैसे कि CD के कैसेट इंडस्ट्री पुरी तरह से खत्म हो गयी। जिस प्रकार से रिल वाले कैसेट का समय खत्म हो गया।
हां, AI नये रोजगार पैदा करेगा। उसके लिए AI में दक्ष लोगों की आवश्यकता होगी।