संस्कृत: 800 PhD topics in Sanskrit Subject, Sanskrit Ph.D Thesis list, Shodhganga Research Topics Sanskrit, PhD Research Topics in Sanskrit, List of Ph.D Done in Sanskrit, Department of Sanskrit

Sanskrit Manuscript

जब हम चाय पिने की दूकान का चयन करते हैंं तो अपनी पसंद और स्‍वाद दोनों का ख्‍याल करके ही निर्णय लेते हैं।
तो शोध विषय का चयन किसी और के सूझाये एक-दो या दो-चार टॉपिक में से क्‍यों करें।

स्‍वयं के निर्णय एवंं पसंद का शोध विषय का चयन क्‍यों न करें?

संस्‍कृत साहित्‍य वांग्‍मय बहुत विशाल है। इस विषय में शोध विषय का चयन करना और भी कठिन है।

शोध विषय के परिश्रम को थोडा सा कम करने एवं 800 से अधिक शोध विषय में अपनी पसंद का करने के लिए यह सूची तैयार की गई है।

  1. ‘भट्टिकाव्यम्’ के प्रकीर्ण काण्ड (1-5) का व्याकरणात्मक परिशीलन
  2. ‘श्रीसुभाषचरितम्’ एवं ‘चन्द्रचरितम्’ एक समीक्षात्मक अध्ययन
  3. ‘संस्कृत-साहित्य में झाँसीश्वरी लक्ष्मीचरित  एक समीक्षात्मक अध्ययन’
  4. अग्निपुराण में मानवीय मूल्‍य एक अध्‍ययन
  5. अथर्ववेद का दार्शनिक अनुशीलन
  6. अथर्ववेद के वर्ण्‍य विषय का वैज्ञानिक पर्यवेक्षण
  7. अथर्ववेद में अष्‍टाडग आयुर्वेद समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  8. अथर्ववेद में आयुर्विज्ञान एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  9. अथर्ववेद में कृषि पशुपालन एवं वाणिज्‍य का स्‍वरूप
  10. अथर्ववेद में प्रतिपादित लौकिक विषय
  11. अथर्ववेद में सांस्‍कृतिक तत्‍वों का अध्‍ययन
  12. अद्वैत भक्ति परम्‍परा में आचार्य मधुसूदन
  13. अध्‍यात्‍म रामायण एवं कृत्तिवास रामायण के सांस्‍कृतिक विषयों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  14. अध्‍यात्‍म रामायण के सामाजिक दर्शन का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  15. अध्‍यात्‍मरामायण का दार्शनिक अनुशीलन
  16. अध्‍यात्‍मरामायण का दार्शनिक एवं सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  17. अनुगीता का दार्शनिक अनुशीलन
  18. अभिनय के चतु प्रकारों का एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  19. अलंकार संग्रह एक तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  20. अश्‍वघोष के काव्‍यों का दार्शनिक अध्‍ययन
  21. अष्‍टाध्‍यायी का संगणकीय अनुप्रयोग
  22. अष्‍टावक्रगीता एवं अवधूत गीता का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  23. अष्‍टावक्रगीता एवं श्रीमद्भगवद्गीता का एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  24. आचार्य कामन्‍दक एवं आचार्य शुक्र की युद्धनीति का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  25. आचार्य नन्‍ददुलारे वाजपेयी की सैद्धान्तिक और व्‍यवहारिक समीक्षाओं का अनुशीलन
  26. आचार्य बाबूराम अवस्‍थी व्‍यक्तित्‍व और कर्तृत्‍व
  27. आचार्य मधुसूदन सरस्‍वती कृत भगवद् भक्ति रसायनम् का भक्ति रस शास्‍त्रीय अध्‍ययन
  28. आचार्य रघुनाथ मनोहर प्रणीत कविकौस्‍तुभ के विशेष सन्‍दर्भ में काव्‍य दोषों का विवेचन
  29. आचार्य रामचन्‍द्र शुक्‍ल और हिन्‍दी समीक्षा मूल्‍यांकन
  30. आचार्य वसुबन्‍धु के विज्ञानवाद तथा आचार्य शंकर के अद्वैतवाद का तुलनात्‍मक एक अध्‍ययन
  31. आचार्य हरिहर पाण्‍डेय प्रणीत उमोद्वाह महाकाव्‍य का समलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  32. आचार्यमाकान्तपाण्डेयप्रणीताया अलिविलासिसंलापपूर्वार्द्धङ्गटीकाया  समीक्षात्मकमध्ययनम्
  33. आधुनिक अवधी की वृहत्रयी पढीस वंशीधर शुक्‍ल तथा रमई काका
  34. आधुनिक काव्यशास्त्रीय परम्परा में अभिनवकाव्यालक्ङरसूत्रम्- एक समीक्षात्मक अध्ययन
  35. आधुनिक व‍ेदान्‍त एवं उसकी प्रमुख विचारधाराएं एक तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  36. आधुनिक वेदान्‍त एवं उसकी प्रमुख विचारधाराएं एक तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  37. आधुनिक संस्‍कृत साहित्‍य में भारतीय स्‍वतंत्रता संग्राम का चित्रण
  38. आधुनिक हिन्‍दी शिवकाव्‍य एक अनुशीलन
  39. आनन्‍द रामायण के सामाजिक दर्शन का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  40. आनन्दरामायण एक अध्ययन
  41. आनन्‍दरामायण का शैलीवैज्ञानिक अध्‍ययन
  42. आनन्‍दरामायण के भगवन्‍नामों का तात्विक विश्‍लेषण
  43. आपदेवकृत मीमांसान्‍यायप्रकाश अलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  44. आपस्‍तम्‍बगृह्यसूत्र एक अनुशीलन
  45. आयुर्वेदिक ग्रन्‍थों के आधार पर भारतीय दर्शन का स्‍वरूप एक अध्‍ययन
  46. आर्य क्षेमीश्‍वर कृत नैषधानन्‍दम् नाटक का नाट्यशास्‍त्रीय अध्‍ययन
  47. आर्यशूरकृत बोधिसत्वावदनमालाओं का समीक्षात्मक अध्ययन
  48. आश्‍चर्यचूडामणि का नाट्यशास्‍त्रीय एवं साहित्‍यशास्‍त्रीय अनुशीलन
  49. आश्‍चर्यचूडामणि नाटक का शैलीवैज्ञानिक अनुशीलन
  50. आश्‍चर्यचूडामणि नाटक का सौन्‍दर्यबोध
  51. आस्तिक एवं नास्तिक दर्शनों की सृष्टि विषयक धारणाओं का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  52. आस्तिक एवं नास्‍तिक दर्शनों की सृष्टि विषयक धारणाओं का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  53. आहत कश्मीरम् एवं काश्मीरक्रन्दनम्  एक तुलनात्मक अध्ययन
  54. उत्‍तररामचरित एवं कुन्‍दमाला नाटकों में कारूण्‍यबोध का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  55. उत्‍तररामचरितम् एवं कुन्‍दमाला में सीता एक तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  56. उपनिषत्‍साहित्‍य में वैष्‍णव उपनिषदों का दार्शनिक अध्‍ययन
  57. उपनिषदों का दार्शनिक एवं सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  58. उपनिषदों के आधार को लेकर अस्तित्‍व में आये हुए षड्वैदिक दर्शनों के स्‍वतन्‍त्र विकास का ऐतिहासिक एवं समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  59. उपमा अलंकार की दृष्टि से ऋग्‍वेद के अग्नि सूक्तों का आलोचननात्‍मक अध्‍ययन
  60. उपमा अलंकार की दृष्टि से ऋग्‍वेद के अग्नि सूक्तों का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  61. ऋग्‍वेद में अभिव्‍यक्‍त सौन्‍दर्यबोध
  62. ऋग्‍वेद में गो तत्‍व
  63. ऋग्‍वेद में गो तत्‍व की अवधारणा एक अध्‍ययन
  64. ऋग्‍वेद में तत्‍वविज्ञान
  65. एकादश उपनिषदों में ज्‍योतिषशास्‍त्रीय तत्‍व एक अनुशीलन
  66. एकादश उपनिषदों में ज्‍योतिषशास्‍त्रीय तत्‍व ए‍क अनुशीलन
  67. एकावली और प्रतापरुद्रीयम्  काव्यशास्त्रीय ग्रन्थों का तुलनात्मक अध्ययन
  68. एकावली और प्रतापरुद्रीयम् काव्यशास्त्रीय ग्रन्थों का तुलनात्मक अध्ययन
  69. ऐतरेय ब्रह्मरा का सांस्‍कृतिक दृष्टि से अध्‍ययन
  70. ऐतरेय ब्राह्मण के सामाजिक दर्शन का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  71. औचित्‍य  सिद्धान्‍त की दृष्टि से बृहत्‍त्रयी का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  72. औचित्‍य सिद्धान्‍त का तात्विक अनुशीलन
  73. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से अनर्घराघव का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  74. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से कविवर रातशंकर अवस्‍थी के महाकाव्‍यों का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  75. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से कविवर रामशंकर अवस्‍थी के महाकाव्‍यों का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  76. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से कादम्‍बरी का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  77. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से दशकुमारचरित का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  78. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से भट्टिकाव्‍य का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  79. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से भुशुण्डि रामायण का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  80. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से मनदारमनजरी का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  81. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से महाकवि भवभूति का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  82. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से महाकवि भवभूति के रूपकों का आलोचनात्‍मक अनुशीलन
  83. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से महाकवि भास के रूपकों का अलोचनात्‍मक अनुशीलन
  84. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से महाकवि हर्ष  के रूपकों का आलोचनात्‍मक अनुशीलन
  85. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से मालती माधव का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  86. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से मुद्राराक्षस नाटक का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  87. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से वेणीसंहार नाटक का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  88. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से श्रीपद्भागवत् के दशम स्‍कन्‍ध का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  89. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से श्रीमद्भागवत के दशम स्‍कन्‍ध का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  90. औचित्‍य सिद्धान्‍त की दृष्टि से हनुमन्‍नाटक का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  91. औचित्‍यसम्‍प्रदाय की दृष्टि से वाल्‍मीकिरामायण का आलोचनात्‍मक अनुशीलन
  92. औचित्‍यसिद्धान्‍त की दृष्टि से अध्‍यात्‍मरामायण का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  93. औचित्‍यसिद्धान्‍त की दृष्टि से अनर्घराघव का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  94. औचित्‍यसिद्धान्‍त की दृष्टि से नवसाहसांकचरित महाकाव्‍य का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  95. औचित्‍यसिद्धान्‍त की दृष्टि से महाकवि दिड्नाग रचित कुन्‍दमाला नाटक का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  96. औचित्‍यसिद्धान्‍त की दृष्टि से महा‍कवि भास के रूपकों का आलोचनात्‍मक अनुशीलन
  97. औचित्‍यसिद्धान्‍त की दृष्टि से महाकवि राजशेखर के रूपकों का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  98. औचित्‍यसिद्धान्‍त की दृष्टि से रूक्मिणीहरण महाकाव्‍य का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  99. औचित्‍यसिद्धान्‍त की दृष्टि से श्रीकृष्‍णचरितामृतम् महाकाव्‍य का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  100. औपनिषद शिक्षा के सिद्धान्‍त और वर्तमान शिक्षा ए‍क तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  101. कथासरित्‍सागर का सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  102. करूण की सर्वरसोपादानता एक अध्‍ययन
  103. कर्पूरमन्‍जरी का साहित्यिक सांस्‍कृतिक एवं दार्शनिक अनुशीलन
  104. कल्पशस्त्रोक्त गोत्र प्रवर विमर्श-एक अध्ययन
  105. कवि कर्णपूर की साहित्यिक कृतियों का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  106. कवि कृष्‍णदत विरचित जानराज चम्‍पू का साहित्यिक अध्‍ययन
  107. कवि श्रीकृष्‍ण प्रसाद शर्मा घिमिरे कृत श्रीकृष्‍णचरितामृतम् महाकाव्‍य का साहित्यिक अध्‍ययन
  108. कविकर्णपूर विरचित आनन्दवृन्दावनचम्पू  का सांस्कृतिक अध्ययन
  109. कविरत्‍न हनुमत्‍कवि कृत खण्‍डप्रशस्ति काव्‍य का साहित्यिक एवं दार्शनिक अध्‍ययन
  110. कविराज धोयी कृत पवनदूत का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन तथा मेघदूत से तुलना
  111. कविराज विश्‍वनाथ कृत साहित्‍यदर्पण एवं विद्यानाथ कृत प्रतापरूद्रयशोभूषण का तुलनात्‍मक समीक्षण
  112. कविवर काशीनाथ शर्मा का काव्‍यशिल्‍प
  113. कविवर क्षेमीश्‍वर रचित चण्‍डकौशिक नाटक का शैली वैज्ञानिक अनुशीलन
  114. कविवर चोक्‍कनाथ कृत ऐतिहासिक नाटक सेवन्तिका परिणय नाटकम् की सर्वांगीण शास्‍त्रीय समीक्षा  तथा अन्‍य ऐतिहासिक नाटकों में उसका स्‍थान
  115. कविवर जयदेव और विद्यापति गीतिकाव्‍यों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  116. कविवर पाण्‍डुरंग डेग्‍वेकर कृत कुरूक्षेत्रं महाकाव्‍यम्
  117. कविवर बोधा का शोधपरक अनुशीलन
  118. कविवर श्री देवेन्‍द्र शास्‍त्रीय सुधा सुधाकरम् महाकाव्‍य का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  119. कविवर श्री ब्रह्मानन्‍द शुक्‍ल कृत श्री नेहरू चरितम् महाकाव्‍य का अलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  120. कविवर श्रीरघुनाथप्रसादचतुर्वेदी कृत जवाहरज्‍योतिर्महाकाव्‍यम् का आलोचनात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  121. कादम्‍बरी और मन्‍दारमन्‍जरी  के प्रेम तथा सौन्‍दर्य का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  122. कादम्‍बरी और मन्‍दारमन्‍जरी का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  123. कादम्‍बरी और मन्‍दारमन्‍जरी के प्रेम तथा सौन्‍दर्य का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  124. कादम्‍बरी का सौन्‍दर्यशास्‍त्रीय अनुशीलन
  125. कादम्‍बरी पद अर्जुन पण्डित की टीका का आलोचनात्‍मक सम्‍पादन एवं उसके आधार पर कादम्‍बरी के  पाठ्य का साहित्यिक मूल्‍यांकन
  126. कालिदास और शैक्‍सपियर के काव्‍यों में सौन्‍दर्य और प्रेमतत्‍व एक तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  127. कालिदास की कृतियों में उल्लिखित गुप्‍तकालीन संस्‍कृति एक अनुशीलन
  128. कालिदास की छन्‍दोयोजना का काव्‍यशास्‍त्रीय अध्‍ययन
  129. कालिदास की नाट्यकृतियों का सौन्‍दर्यशास्‍त्रीय अनुशीलन
  130. कालिदास की रचनाओं में निरूपित अवर कोटि के पात्र एक अध्‍ययन
  131. कालिदास के काव्यों में पञचमहाभूतों का आधुनिक  परिप्रेक्ष्य में अनुशीलन
  132. कालिदास के पाश्‍चात् नाट्य विधा का विविध विकास एक अध्‍ययन
  133. कालिदास के महाकाव्‍यों में पर्यावरणीय तत्‍व एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  134. कालिदास ग्रन्‍थों में वर्णित दार्शनिक सांस्‍कृतिक एवं पर्यावरणीय शिक्षा एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  135. कालिदास तथा कालिदासोतर काव्‍यों में पादप पुष्‍प एवं लताएं
  136. कालिदास तथा बि‍हारी के काव्‍यों में श्रृंगार वर्णन का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  137. कालिदास तथा भवभूति के दाम्‍पत्‍य एवं अपत्‍य भाव चित्रण का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  138. कालिदास मानव शिल्‍पी म‍हाकवि एक विवेचनात्‍मक अध्‍ययन
  139. कालिदास साहित्‍य में भाव चित्रण एक अध्‍ययन
  140. कालिदासोतर नाट्य परम्‍परा की विविध प्रवृतियों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  141. काव्‍य प्रकाश पर गुणरत्‍नगणिकृत सारदीपिका का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  142. काव्‍यशास्‍त्र के मूल में दार्शनिक अवधारणा समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  143. काव्‍यशास्‍त्र में ध्‍वनिवादी एवं ध्‍वनिविरोधी तत्‍वों का मूल्‍यांकन
  144. काव्‍यशास्‍त्रीय ग्रन्‍थों में वस्‍तु विन्‍यास एक समीक्षा
  145. काव्‍यात्‍मभूत रस तत्‍व की वर्तमान में प्रासंगिकता
  146. काव्‍यादर्श के निकष पर आचार्य दण्‍डी का उभयकवित्‍व
  147. किरातार्जुनीयम् और शिशुपालवधम् में चित्रित पर्यावरणीय एवं सांस्‍कृतिक तथ्‍य
  148. किरातार्जुनीयम् का सौन्‍दर्यशास्‍त्रीय अनुशीलन
  149. किरातार्जुनीयम् में ध्‍वनीतत्‍व समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  150. कुन्‍दमाला और उतर रामचरित का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  151. कुन्‍दमाला तथा उतररामचरित  नाटक का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  152. कुमारविजयम् महाकाव्‍य का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  153. कुर्मपुराण एवं मत्‍स्‍यपुराण के सांस्‍कृतिक पक्ष का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  154. कूर्मपुराण एक सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  155. कूर्मपुराण एवं मत्‍स्‍यपुराण के सांस्‍कृतिक पक्ष का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  156. कूर्मपुराण का लोकतात्विक अनुशीलन
  157. कूर्मपुराण गत ईश्‍वरगीता एवं व्‍यासगीता में वर्णित धर्म एवं दर्शन का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  158. कृष्‍ण कथा का उद्भव और विकास
  159. कौटिल्‍य अर्थशास्‍त्र एवं स्‍मृतियों में सुरक्षा व्‍यवस्‍था का समीक्षात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अनुशीलन
  160. क्षेमेन्‍द्र एवं उनके औचित्‍य सिद्धान्‍त का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  161. क्षेमेन्‍द्र विरचित रामायणमंजरी एक अध्‍ययन
  162. क्षेमेन्‍द्र साहित्‍य में प्रतिबिम्बित भारत
  163. गणिनीप्रमुख आर्यिका श्री  ज्ञानमती माताजी के जैन संस्कृत स्त्रोत साहित्य का समीक्षात्मक अध्ययन
  164. गणेश पुराण का समीक्षात्मक अध्ययन (श्रुति-स्मृति पुराणों के संदर्भ में)
  165. गत्‍यर्थक धातुओं का विश्‍लेषणात्‍मक अध्‍ययन
  166. गरुड़ पुराण में लोकदृष्टि सिद्धान्त, विश्लेषण, अनुप्रयोग
  167. गर्गसंहिता का भक्तिरसशास्‍त्रीय अध्‍ययन
  168. गाथासप्‍तशती और आर्यासप्‍तशती का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  169. गीत गोविन्‍दम् गीत गिरीशम् रामगीत गोविन्‍दम् एवं गीत पीतवसनम् चारों काव्‍यों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  170. गीता एवं सांख्‍यकारिका में प्रतिपादित सांख्‍य तत्‍वों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  171. गीता में श्रीकृष्‍णोक्‍त एवं शान्तिपर्व में भीष्‍मोक्‍त उपदेशों का तुलनात्‍मक परिशीलन
  172. गोकुलनाथकृत प्रतीक नाटक अमृतोदय एक आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  173. गोस्‍वामी श्रीगिरिधर प्रणीत शुद्धाद्वैतमार्तण्‍ड का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  174. गौड देशीय भट्ट लक्ष्‍मीधर के महाकाव्‍य एक दार्शनिक साहित्यिक एवं सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  175. गौडीय सम्‍प्रदाय के संस्‍कृत भक्‍त कवियों की उपासना पद्धति
  176. गौतमधर्मसूत्राणि एवं चाणक्‍यसूत्राणि का तुलनात्‍मक अध्‍ययन समाज दर्शन के परिपेक्ष्‍य में
  177. गौतमधर्मसूत्राणि के सामाजिक दर्शन का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  178. चण्‍डकौशिकम् एक समालोचनात्‍मक अनुशीलन
  179. चतुर्भुज भट्टाचार्य रचित हरिचरित महाकाव्‍य का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  180. चतुर्वर्ग की धर्मशास्‍त्रीय अवधारणा
  181. चन्‍द्रप्रभाचरितम् का गद्यशिल्‍प
  182. चम्पू  रामायण  एवं चम्पू महाभारत का तुलनात्मक अध्ययन
  183. चम्‍पू काव्‍य के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्‍य में भागवत चम्‍पू तथा वृन्‍दावन चम्‍पू का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  184. चरकसंहिता में वर्णित मानसचिकित्सा एक अध्ययन
  185. चाणक्‍यसूत्राणि के सामाजिक दर्शन का आलोचनात्‍मक अनुशीलन
  186. छत्रपति चरितम् महाकाव्‍यम् एक अध्‍ययन
  187. छान्‍दोग्‍योपनिषद् और बृहदारण्‍य कोपनिषद् के दार्शनिक सिद्धान्‍तो का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  188. छान्‍दोग्‍योपनिषद् में प्रतिपादित उपासना मार्ग की वैदिक विद्याओं का वैज्ञानिक विवेचन
  189. जगदीशभट्ट की शब्‍दशक्ति प्रकाशिका एक अध्‍ययन
  190. जानकी जीवनम् महाकाव्‍य का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  191. जानकी हरणम् महाकाव्‍य का साहित्यिक सांस्‍कृतिक एवं पर्यावरणीय अध्‍ययन
  192. जानकीजीवनम् एक आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  193. जीवगोस्वामी प्रणीत क्रम सन्दर्भ की दार्शनिक मीमांसा
  194. जीवगोस्वामी-रचित श्री माधव महोत्सव महाकाव्य का साहित्यीक एवं दार्शनिक अध्ययन
  195. जैन दर्शन में आत्‍म तत्‍व का निरूपण
  196. जैन श्रावकाचार परम्‍परा में आचार्य समन्‍तभद्र का योगदान
  197. जैन संस्‍कृत चम्‍पू काव्‍यों का सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  198. जैन संस्‍कृत महाकाव्‍य परम्‍परा में ऐतिहासिक जैन महाकाव्‍यों का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  199. जैन संस्‍कृत महाकाव्‍य परम्‍परा में पौराणिक जैन महाकाव्‍यों का साहित्यिक अनुशीलन
  200. जैन संस्कृत महाकाव्यों में राज्यव्यवस्था एक अध्ययन
  201. जैनाचार एक वैज्ञानिक विश्‍लेषण
  202. जैनाचार्यों का ज्‍योतिर्विज्ञान को योगदान
  203. ज्योतिषशास्त्रीय प्रमुख संहिता ग्रन्थों में ग्रहतत्व विमर्श- एक अध्ययन
  204. डा0 मदन लाल वर्मा द्वारा रचित संस्‍कृत उपन्‍यास रूपारूपे का साहित्यिक मूल्‍यांकन
  205. डा0 सत्‍यव्रत शास्‍त्रीयिकृत इन्दिरा गान्‍धी चरितम् का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  206. डॉ  पद्म शास्त्री रचित ‘पद्यपंचतन्त्रम्’ का समीक्षात्मक अध्ययन
  207. डॉ चन्द्रकिशोर गोस्वामी का सांस्कृतिक-निबन्ध साहित्य का योगदान
  208. डॉ सत्यव्रत शास्त्री विरचित डायरीग्रन्थ ‘दिने दिने याती मदीयजीवितम्’ एक समीक्षात्मक अध्ययन
  209. तांत्रिक साहित्‍य में निरूपित शक्ति तत्‍व  का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  210. ताण्‍ड्य महाब्राहमण एक अध्‍ययन
  211. तुलसी साहित्‍य का वाक्‍यबंध परक अध्‍ययन
  212. तैत्तिरीयोपनिषद् का दार्शनिक अनुशीलन
  213. दक्षीण भारत एवं भारतेतर देशों के संस्‍कृत अभिलेख एक सांस्‍कृतिक तथा साहित्यिक समीक्षा
  214. दशकुमारचरित और वासवदत्‍ता के प्रेम तथा सौन्‍दर्य का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  215. दशकुमारचरितम् तथा कादम्‍बरी में वर्णित समाज का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  216. दशरूपक और साहित्‍यदर्पण के नाट्यतत्‍वों का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  217. दूतकाव्य परम्परा में मयूखदूत  एक समीक्षात्मक अध्ययन
  218. देवी भागवत में शाक्‍त धर्म और दर्शन का अनुशीलन
  219. धनन्‍जय कृत दशरूपक के नायक नायिका भेद का केशवदास कृत रसिक प्रिया के नायक नायिका भेद पर प्रभाव की एक समीक्षा
  220. ध्‍वनि सिद्धान्‍त की दृष्टि से बालरामायण का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  221. ध्‍वनि सिद्धान्‍त की दृष्टि से महा‍कवि परिमल पद्मगुप्‍त विरचित नवसाहसाड्क‍चरित का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  222. ध्‍वनि सिद्धान्‍त की दृष्टि से महाकवि परिमल पद्मगुप्‍त विरचित नवसाहसाड्कचरित का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  223. ध्‍वनि सिद्धान्‍त तथा क्रोचे का अभिव्‍यज्नावाद एक तुलनात्‍मक अनुशीलन
  224. ध्‍वनिसिद्धान्‍त की दृष्टि से महाकवि राजशेखर के रूपकों का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  225. ध्‍वनिसिद्धान्‍त की दृष्टि से महाकवि राजशेखर के रूपकों का समीक्षात्‍म‍िक अनुशीलन
  226. ध्‍वनिसिद्धान्‍त की दृष्टि से श्रीहरिसम्‍भव महाकाव्‍य का  समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  227. ध्‍वनिसिद्धान्‍त की दृष्टि से श्रीहरिसम्‍भव महाकाव्‍य का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  228. ध्‍वनी का आधुनिक सन्‍दर्भ
  229. ध्‍वनीसिद्धान्‍त की दृष्टि से महाकवि राजशेखर के रूपकों का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  230. नलचम्‍पू का शैली वैज्ञानिक अनुशीलन
  231. नवविलास एक आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  232. नवसाहसांकचरित का शैली वैज्ञानिक अनुशीलन
  233. नवसाहसांक‍चरित महाकाव्‍य में निरूपित प्रेम एवं सौन्‍दर्य का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  234. नवसाहसाडक‍चरित के सौन्‍दर्यबोध का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  235. नवसाहसाड्कचरित के सौन्‍दर्यबोध का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  236. नागार्जुन की माध्‍यमिक कारिका एवं शंकर के शारीरक भाष्‍य के तुलनात्‍मक अध्‍ययन के आधार पर शून्‍यवाद एवं अद्वैतवाद एक समीक्षा
  237. नाटककार क्षेमीश्‍वर एक अध्‍ययन
  238. नाटककार गोकुलनाथ एक अध्‍ययन
  239. नाटककार गोकुलनाथ प्रणीत ‘अमृतोदयम्’ का समालोचनात्मक अध्ययन
  240. नाटिका एक ऐतिहासिक साहित्यिक और शास्‍त्रीय अध्‍ययन
  241. नाटिका एवम् सट्टक साहित्‍य का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  242. नाटिकाओं में ललित कलाएं
  243. नाट्य उपरूपक सट्टक एक अध्‍ययन
  244. नाट्य शास्‍त्र काव्‍य शास्‍त्र एवं धर्म शास्‍त्र की दृष्टि से उतर रामचरित नाटक और कुन्‍द माला नाटक का एक तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  245. नाट्य शास्‍त्र में अभिनय का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  246. नाट्यशास्‍त्रीय परम्‍परा में सात्विक तथा वाचिक अभिनय सिद्धान्‍त एवं प्रयोग
  247. नाट्यात्‍मक उपरूपक तथा नृत्‍यात्‍मक उपरूपक
  248. नाट्यामृतम्  एक समीक्षात्मक अध्ययन
  249. नारदपुराण में वर्णित व्रतों एवं पर्वों का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  250. नारदपुराणीय ज्योतिष एवं वास्तुशास्त्र  का विवेचनात्मक अध्ययन
  251. निरूक्‍त में व्‍याख्‍यायित निघण्‍टु शब्‍दों में अर्थ परिवर्तन
  252. नीलकण्‍ठविजयचम्‍पू काव्‍य का साहित्यिक अनुशीलन
  253. नैराग्‍य भावना के आधार पर अनधूत गीता विवेक चूरामयि तथा वैराग्‍य शतकम् का दार्शनिक एवं तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  254. नैषध महाकाव्‍य में प्रतिबिम्बित तत्‍कालीन भारतीय संस्‍कृति का स्‍वरूप
  255. नैषधीय चरित का सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  256. नैषधीय‍चरित का सौनदर्यबोध
  257. नैषधीयचरित में प्रेम एवं सौन्‍दर्य
  258. नैषधीयचरितम् में सौन्‍दर्यबोध प्रतीक बिम्‍ब विधान
  259. पं0 शिव बालक शुक्‍ल और उनकी कृतियों का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  260. पउमचरिउ तथा रामचरित मानस के पुरूष पात्रों का मनोवैज्ञानिक अध्‍ययन
  261. पण्डितराज जगन्नाथ कृत रासत्राधर के उदाहरणों में छन्दो-विमर्श
  262. पण्डितराज्योतरयुगीन यशोभूषणपरक संस्कृत काव्यशास्त्रीय ग्रन्थों पर भारतीय दर्शन का प्रभाव
  263. पद्म पुराण एक सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  264. पद्मनाभशास्‍त्री रचित श्रीहरिचरित महाकाव्‍य का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  265. पद्मपुराण का लोकतात्विक अनुशीलन
  266. पद्मपुराण का समाजशास्‍त्रीय अध्‍ययन
  267. पद्मपुराण का सामाजिक अनुशीलन
  268. पन्‍च महायज्ञों की वैदिक तथा स्‍मार्त परम्‍परा का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  269. परम‍हंस निखिलेश्‍वरानन्‍दपरक संस्‍कृत साहित्‍य एवं उनके सांस्‍कृतिक अनुदान का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  270. पर्यावरण की समस्‍या के परिपेक्ष्‍य में भारतीय संस्‍कृति का अवदान
  271. पर्यावरण संकट निवारणार्थ भारतीय संस्‍कृति शरणागति का अमोघ साधनत्‍व
  272. पर्यावरण समस्‍या एवं वैदिक यज्ञ विधान
  273. पाण्‍डव चरित महाकाव्‍य एवं युधिष्ठिर विजय महाकाव्‍य में वर्णित साहित्यिक दार्शनिक सांस्‍कृतिक एवं पर्यावरणीय तथ्‍यों का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  274. पातंजल योगदर्शन में दर्शन, अध्यात्म एवं विज्ञान का प्रयोजनात्मक विश्लेषण
  275. पातन्‍जल योगदर्शन एवं जैनदर्शन में योग एक तुलनात्‍मक अनुशीलन
  276. पारस्‍कर गृह्यसूत्र एवं आपस्‍तम्‍ब गृह्यसूत्र कर्मकाण्‍ड की दृष्टि से तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  277. पार्वती कथा का उद्भव एवं विकास
  278. पुञ्जराज का संस्कृत काव्यशास्त्र को योगदान
  279. पुराणों में वन एवं वन्य-जीव संरक्षण (विशेष अध्ययन- अग्नि पुराण,  मत्स्य पुराण एवं शिव पुराण)
  280. पूर्व मीमांसा एवं उत्‍तर मीमांसा के प्रमुख तत्‍वों का तुलनात्‍मक एवं समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  281. पृथ्‍वीराज विजय एवं यशोधर चरित महाकाव्‍य का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  282. पौराणिक देव कल्‍पना में प्रतीकात्‍मकता
  283. पौराणिक साहित्‍य में भौगोलिक तथ्‍यों का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  284. पौराणिक साहित्‍य में राधा ऐतिहासिक एवं सास्‍कृतिक अनुशीलन
  285. पौराणिक सृष्टि प्रक्रिया एक समीक्षात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  286. प्रभूदत स्‍वामी रचित पूर्वभारतम् एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  287. प्रमुख आयुर्वेदिक ग्रन्‍थों में निरूपित दार्शनिक तत्‍व
  288. प्रमुख उपनिषदों के परिपेक्ष्‍य में श्रीमद्भगवदगीता में वर्णित दार्शनिक सिद्धान्‍तों का आलोचनात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  289. प्रमुख उपनिषदों में कर्म सिद्धान्‍त एवं पुनर्जन्‍म
  290. प्रमुख टीकाओं के आधार पर वेदान्‍तसार का विवेचनात्‍मक अध्‍ययन
  291. प्रमुख ब्राह्मण ग्रन्‍थों के आख्‍यान
  292. प्रमुख संस्‍कृत रूपकों में नायिका की सहायिकाओं का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  293. प्रमुख स्‍मृतियों में प्रतिपादित सिद्धान्‍तों का वर्गीकृत अध्‍ययन
  294. प्रशस्‍तपादभाष्‍य एक आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  295. प्रसन्‍नभारतम् महाकाव्‍य एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  296. प्रसन्‍नराघव नाटक का शैली वैज्ञानिक अनुशीलन
  297. प्रसन्‍नराघव नाटक के सौन्‍दर्य बोध का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  298. प्रसन्‍नाराघव नाटक का नाट्यशास्‍त्रीय एवं साहित्‍यशास्‍त्रीय अनुशीलन
  299. प्रसन्‍नाराघव नाटक के सौन्‍दर्य बोध का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  300. प्रसन्‍नाराघव नाटक में प्रेम एवं सौन्‍दर्य
  301. प्राचीन एवम् अर्वाचीन संस्‍कृत महाकाव्‍यों में नारी एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  302. प्राचीन वेदान्‍त और नवीन वेदान्‍त में परमतत्‍व के रूप में ब्रह्म सम्‍बन्‍धी अवधारणा की तुलनात्‍मक समीक्षा
  303. प्राचीन संस्कृत ग्रन्थों में योग एक समीक्षात्मक अध्ययन (उपनिषद् , श्री मद्भगवद्गीता, व पातञ्जल योग के विशेष संदर्भ में)
  304. प्राचीन संस्‍कृत वाडमय में संस्‍कृति तत्‍व मीमांसा
  305. प्राचीन संस्‍कृत साहित्‍य में अवतार की धारणा विकास एवं दशावतार एक अध्‍ययन
  306. प्रो अभिराज राजेन्द्र मिश्र प्रणीत संस्कृत कथा साहित्य का समीक्षात्मक अध्ययन
  307. प्रो सुभाष वेदालंकार प्रणीत यात्रावृत एक समीक्षात्मक  अध्ययन
  308. प्रो0 रेवा प्रसाद द्विवेदी विरचित महाकाव्‍य स्‍वातन्‍त्र्य सम्‍भवम् का विवेचनात्‍मक अध्‍ययन
  309. बाणभट्ट एवं बंकिम गद्य साहित्‍य की सम विषम प्रवृतियां
  310. बाणभट्ट कृत कादम्‍बरी में प्रेमतत्‍व की अवधारणा
  311. बाल रामायण का रीतिवैज्ञानिक अध्‍ययन
  312. बालकृष्‍ण भट्ट कृत प्रमेयरत्‍नार्णव एक आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  313. बालकृष्‍णभट्टकृत प्रमेयरत्‍नार्राव का समालोचनात्‍मक अध्‍ययन
  314. बालचन्‍द्रसूरिकृत वसन्‍तविलास महाकाव्‍य का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  315. बालरामायण का सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  316. बालरामायण के सौन्‍दर्यबोध का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  317. बाल्‍मीकि कृत रामायण में सामाजिक व्‍यवस्‍था
  318. बीसवीं शती के संस्‍कृत के ऐतिहासिक महाकाव्‍य एक अध्‍ययन
  319. बुद्धचरितम् तथा श्रीकण्‍ठचरितम् का सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  320. बृहत्‍त्रयी की काव्‍य परम्‍परा एवम् भारवीय अर्थ गौरव एक अनुशीलन
  321. बृहत्‍त्रयी की सूक्तियों का अलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  322. बृहत्‍त्रयी की सूक्तियों का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  323. बृहत्‍त्रयी में प्रकृति वर्णन का आलोचनात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  324. बृहदाण्‍यकोपनिषद् के दार्शनिक सिद्धान्‍तों की श्‍वेताश्‍वरोपनिषद् के दार्शनिक सिद्धान्‍तों से तुलनात्‍मक समीक्षा
  325. बृहदारण्‍यकोपनिषद् एक दार्शनिक अनुशीलन
  326. बृहदारण्‍यकोपनिषद् में तत्‍व विज्ञान
  327. बृहद्धर्मपुराण का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  328. बृह्मवैवर्त पुराण के प्रकृति तत्‍व का निरूपण
  329. बौद्ध धर्म का सांस्‍कृतिक प्रदेय
  330. बौधायन धर्मसूत्र एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  331. ब्रज के  संस्कार गीतों में परिवर्तनशीलता  एक अध्ययन
  332. ब्रजेन्‍द्र अवस्‍थी के काव्‍य में भारतीय संस्‍कृति
  333. ब्रह्म पुराण का दार्शनिक अनुशीलन
  334. ब्रह्मवैवर्त पुराण के प्रकृति तत्‍व का निरूपण
  335. ब्रह्मावर्त क्षेत्र के प्रमुख संस्‍कृत कवि लेखक एवं समीक्षक
  336. ब्राह्मण ग्रन्‍थों में यज्ञविधान का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  337. भट्टकमलाकरप्रणीतदानकमलाकरस्य समीक्षात्मकमनुशीलनम्
  338. भट्टनारायण एवं विद्यानाथ के नाटकों का नाट्यशास्‍त्रीय दृष्टि से समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  339. भट्टिकाव्‍य का भाषा वैज्ञानिक अनुशीलन
  340. भट्टिकाव्‍य का साहित्यिक एवं सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  341. भट्टिकाव्य में काव्यगत सरसता एवं व्याकरण- विचक्षणता
  342. भवभूति एक अध्‍ययन
  343. भवभूति का दार्शनिक चिन्‍तन
  344. भवभूति के नाटकों के प्रमुख पात्रों का मनोवैज्ञानिक अध्‍ययन
  345. भवभूति के नाटकों में रसाभिव्‍यक्ति एक अध्‍ययन
  346. भवभूति के रूपकों का नाट्यशास्‍त्रीय विवेचन
  347. भवभूति तथा कालिदास कालीन भारतीय संस्‍कृति का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  348. भवभूति रचित मालतीमाधव का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  349. भवभूति साहित्‍य का सौन्‍दर्य दर्शन
  350. भारत के प्राचीन संस्‍कृत अभिलेख एक साहित्‍यशास्‍त्रीय अनुशीलन
  351. भारत में सती प्रथा संस्‍कृत वाडमय के साक्ष्‍य से
  352. भारतीय आस्तिक दार्शनिक वाड्मय में त्रिगुण का स्‍वरूप एवं मानव जीवन में उसकी उपयोगिता
  353. भारतीय काव्‍यशास्‍त्र के सौन्‍दर्यात्‍मक मूल्‍यों का आलोचनात्‍मक अनुशीलन
  354. भारतीय काव्‍यशास्‍त्रीय सौन्‍दर्यमीमांसा सिद्धान्‍त एवं दर्शन
  355. भारतीय तथा पाश्‍चात्‍य दर्शनों में आत्‍मा तथा परमात्‍मा सम्‍बन्‍धी विचारों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  356. भारतीय दर्शन में आत्‍मा कर्म बन्‍ध और मोक्ष का सिद्धान्‍त एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  357. भारतीय दर्शनों में परमतत्‍व एक समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  358. भारतीय नारी का धर्मशास्‍त्रीय अध्‍ययन
  359. भारतीय वैदिक षड् दर्शन विविधभास्‍वर पक्ष एक तुलनात्‍मक समीक्षा
  360. भास एवं भवभूति के रामकथापरक संस्‍कृत नाटकों का विवेचनात्‍मक अध्‍ययन
  361. भास की नाट्यकृतियों का सांस्‍कृतिक मूल्‍याकन
  362. भास के रूपकों के सौन्‍दर्य बोध का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  363. भास के रूपकों में प्रयुक्‍त तिडन्‍त पदों का भाषा वैज्ञानिक अध्‍ययन
  364. भास तथा कालिदास के नाट्य शिल्‍प का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  365. भास तथा हर्ष के उदयन चरितात्‍मक रूपकों में नारी पात्रों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  366. भुशुण्डि रामायण का काव्‍यशिल्‍प
  367. भुशुण्डिरामायण एक सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  368. भुशुण्डिरामायण का समाजशास्‍त्रीय अनुशीलन
  369. भौतिकवादी दर्शनों में प्रतिपादित सिद्धान्‍तों का अनुशीलन
  370. मत्‍स्‍य पुराण का प्राकृतिक अध्‍ययन
  371. मत्‍स्‍यपुराण का दार्शनिक अनुशीलन
  372. मत्‍स्‍यपुराण में राजनैतिक दर्शन एक अनुशीलन
  373. मनु याज्ञवल्‍क्‍य एवं पाराशर स्‍मृतियों में वर्णित न्‍याय विधान
  374. मनुस्‍मृति एवं याज्ञवल्‍क्‍यस्‍मृति का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  375. मनुस्‍मृ‍ति एवं याज्ञवल्‍क्‍यस्‍मृति का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  376. मनुस्‍मृति एवं याज्ञवल्‍क्‍यस्‍मृति के सामाजिक राजनैतिक तथा धार्मिक स्‍वरूप का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  377. मनुस्‍मृति और याज्ञवल्‍क्‍य स्‍मृति का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  378. मनुस्‍मृति के सामाजिक दर्शन का आलोचनात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अनुशीलन
  379. मयमतम् में वास्तुविज्ञान एक विवेचनात्मक अध्ययन
  380. महा‍कवि अचिन्‍त्‍यानन्‍द विरचित श्रीहरिसंभवमहाकाव्‍य एक आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  381. महाकवि अमरचन्‍द्र सूरि विरचित पद्मानन्‍द महाकाव्‍य एक अध्‍ययन
  382. महाकवि अमरचन्‍द्र सूरि विरचित बालभारतम् महाकाव्‍य एक अध्‍ययन
  383. महा‍कवि अश्‍वघोष के महाकाव्‍यों का शैलीवैज्ञानिक अनुशीलन
  384. महाकवि अश्‍वघोष रचित बुद्धचरित का काव्‍यशिल्‍प
  385. महाकवि कालिदास एवं जयशंकर प्रसाद के काव्‍य में सौन्‍दर्यबोध तुलनात्‍मक अनुशीलन
  386. महाकवि कालिदास की कृतियां एक दार्शनिक विश्‍लेषण
  387. महाकवि कालिदास की रचनाओं में धर्म दर्शन एवं विज्ञान
  388. महाकवि कालिदास के ग्रन्‍थों में वैज्ञानिक चेतना
  389. महाकवि कालिदास के रघुवंश महाकाव्‍य एवं महाकवि जयशंकर प्रसाद के कामायनी महाकाव्‍य का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  390. महा‍कवि कालिदास प्रणीत अभिज्ञान शाकुन्‍तलम् का मनोवैज्ञानिक अनुशीलन
  391. महाकवि कुमारदास तथा उनका जानकीहरण
  392. महाकवि जयदेव विरचितं प्रसन्‍नाराघवम नाटक का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  393. महा‍कवि जोनराजकृत राजतरड्गिणी का साहित्यिक एवं सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  394. महाकवि धनदेश्‍वर प्रणीत कामाभिनन्‍दन महाकाव्‍य का समालोचनात्‍मक अध्‍ययन
  395. महाकवि पृथ्‍वीधराचार्य विरचित श्रीभुवनेश्‍वरीमहास्‍तोत्र का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  396. महाकवि बाणभट्ट कृत कादम्‍बरी में रस भाव योजना
  397. महा‍कवि बिल्‍हण प्रणीत विक्रमादेवचरितम् का शैली वैज्ञानिक अध्‍ययन
  398. महाकवि बुद्धघोष रचित पद्यचूडामणि महाकाव्‍य का साहित्यिक अनुशीलन
  399. महाकवि भर्तृहरि एवं महा‍कवि बिहारी के काव्‍य में भक्ति श्रृंगार एवं नीति एक तुलनात्‍मक अनुशीलन
  400. महा‍कवि भवभूति एवं महाकवि कालिदास की नायिकाओं का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  401. महाकवि भवभूति कृत महावीरचरितम् तथा मुरारि कवि कृत अनर्घराघवम् एक तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  402. महा‍कवि भवभूति कृत महावीरचरितम् तथा मुरारि कवि कृत अनर्घराघवम् एक तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  403. महा‍कवि भवभूति के नाटकों में ध्‍वनितत्‍व
  404. महा‍कवि भवभूति के महावीरचरितम् का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  405. महाकवि भवभूति के रूपकों का शैली वैज्ञानिक अनुशीलन
  406. महाकवि भवभूति के रूपकों की नायिकायें
  407. महाकवि भवभूति के रूपकों में प्रेम एवं सौन्‍दर्य
  408. महाकवि भास एवं भट्ट नारायण के महाभारताश्रित रूपकों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  409. महाकवि भास के नारी पात्रों का मनोवैज्ञानिक अध्‍ययन
  410. महा‍कवि भास के नारी पात्रों का मनोवैज्ञानिक अध्‍ययन
  411. महा‍कवि भास के रूपकों का साहित्यिक एवं सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  412. महाकवि भास के रूपकों में निम्‍नवर्गीय पात्रों का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  413. महा‍कवि भास के रूपकों में प्रयुक्‍त उपसर्ग एवं क्रियापदों की भाषा वैज्ञानिक समीक्षा
  414. महाकवि माघ एवं आचार्य केशव की चमत्‍कारप्रियता का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  415. महाकवि माघ कृत शिशुपालवध काव्‍य एवं रत्‍नाकर कृत हरविजय काव्‍य में प्रयुक्‍त अलंकारो का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  416. महाकवि राजशेखर के रूपकों का शैली वैज्ञानिक अनुशीलन
  417. महाकवि राजशेखर के रूपकों में प्रयुक्‍त उपसर्ग एवं क्रियापदों की भाषा वैज्ञानिक समीक्षा
  418. महा‍कवि विद्याराम विरचित रसदीर्घिका का एक समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  419. महा‍कवि शक्तिभद्र रचित आश्‍चर्यचूडामणि नाटक में प्रेम एवं सौन्‍दर्य
  420. महाकवि शक्तिभद्र रचित आश्‍चर्यचूडामणि नाटक में प्रेम एवं सौन्‍दर्य
  421. महाकवि श्रीहर्षप्ररणीत नैषधीयंचरित में ध्‍वनितत्‍व
  422. महाकवि हर्ष के रूपकों का शैलीवैज्ञानिक अनुशीलन
  423. महा‍कवि हर्ष के रूपकों में सौन्‍दर्य बोध
  424. महाप्राण कर्ण एक महान व्‍यक्तित्‍व
  425. महाभागवत उपपुराण एक सांस्‍कृतिक एवं दार्शनिक अनुशीलन
  426. महाभारत एवं श्रीमद्भागवत में श्रीकृष्‍ण कथा एक तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  427. महाभारत का राजदर्शन समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  428. महाभारत के अनुशासन पर्व का दार्शनिक अनुशीलन
  429. महाभारत के आख्‍यानों का एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  430. महाभारत के योगविज्ञान का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  431. महाभारत के शान्ति पर्व का दार्शनिक अनुशीलन
  432. महाभारत के सामाजिक दर्शन का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  433. महाभारत में पान्‍चरात्र का अनुशीलन
  434. महाभारत में पुरूषार्थ चतुष्‍टय
  435. महाभारत में पुरूषार्थ चतुष्‍ट्य
  436. महाभारत में भगवान कृष्‍ण एवं भीष्‍म पितामह के उपदेशों का दार्शनिक दृष्टि से तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  437. महाभारत युद्ध के प्रारम्‍भ में कृष्‍ण के दार्शनिक सिद्धान्‍तों तथा युद्ध के पश्‍चात् भीष्‍म के उवदेशों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  438. महाभारतीय तीर्थ दर्शन का सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  439. महाभारतोक्‍त षड्दर्शनेतर दार्शनिक विचारधाराओं का अनुशीलन
  440. महाभारतोपजीवी चम्‍पू काव्‍यों का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  441. महामहोपाध्‍याय गिरिधर शर्मा चतुर्वेदी के संस्‍कृत निबन्‍ध साहित्‍य अध्‍ययन एवम् विश्‍लेषण
  442. महामहोपाध्‍याय पं0 गिरिधर शर्मा चतुर्वेदी के वैदुष्‍य के विविध आयाम
  443. महामहोपाध्‍याय पं0 मथुरा प्रसाद दीक्षित विरचित संस्‍कृत साहित्‍य का भारतीय स्‍वातंत्रय समर में योगदान
  444. महाराजा हर्षवर्धन के नाट्यकाव्‍यों का सौन्‍दर्यशास्‍त्रीय अनुशीलन
  445. महावीरचरितम् एक नाट्यशास्‍त्रीय एवं सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  446. महाशक्ति गायत्री सावित्री एक अध्‍ययन
  447. माण्‍डूक्‍योपनिषद् में तत्‍व विज्ञान
  448. माधवाचार्य रचित श्रीशंकरदिग्विजय एक अध्‍ययन
  449. मानव स्‍वास्‍थ्‍य संरक्षण के परिपेक्ष्‍य में पौराणिक वाड्मय में वर्णित वरस्‍पतियां
  450. मार्कण्‍डेय पुराण मे शाक्‍त धर्म और दर्शन का विवेचनात्‍मक अध्‍ययन
  451. मालतीमाधवम् एक शास्‍त्रीय एवं सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  452. मालतीमाधवम् एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  453. मालविकाग्निमिल और मालतीमाधव का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  454. मुख्‍य उपनिषदों का राजनीतिक एवं सांस्‍कृ‍तिक अध्‍ययन
  455. मुण्‍डकोपनिषद् में तत्‍वविज्ञान
  456. मूलशंकरमाणिकलाल याज्ञिक रचित प्रतापविजयम् नाटक का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  457. मृच्‍छकटिक का शैलीवैज्ञानिक अनुशीलन
  458. मृच्‍छकटिकम् का समीक्षात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  459. मृच्‍छकटिकम् प्रकरण में चित्रित समुदाचार एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  460. यजुर्वेद में धर्म दर्शन एवं संस्‍कृति
  461. यमककाव्‍य की परम्‍परा में महाकवि श्री वासुदेव का स्‍थान
  462. यशोधर चरित महाकाव्‍य एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  463. याज्ञवल्‍क्‍य एवं नारदीय स्‍मृति के परिपेक्ष्‍य में आधुनिक व्‍यवहार पद्धति का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  464. याज्ञवल्‍क्‍य रामायण और अध्‍यात्‍म रामायण के सांस्‍कृतिक पक्ष का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  465. याज्ञवल्‍क्‍य स्‍मृति और पाराशर स्‍मृति के सामाजिक दर्शन का समीक्षात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अनुशीलन
  466. याज्ञवल्‍क्‍य स्‍मृति का सांस्‍कृतिक एवं सामाजिक अध्‍ययन
  467. याज्ञवल्‍क्‍य स्‍मृति के सामाजिक दर्शन का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  468. याज्ञवल्‍क्‍यरामायण का सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  469. याज्ञवल्‍क्‍यरामायण में प्रतिबिम्बित समाज एक अनुशीलन
  470. याज्ञवल्‍क्‍यस्‍मृति एवं पाराशरस्‍मृति के सांस्‍कृतिक पक्षों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  471. युधिष्ठिर विजय महाकाव्‍य एक साहित्यिक एवं दार्शनिक अध्‍ययन
  472. युधिष्ठिर विजय महाकाव्‍य एवं सुर्जन चरित महाकाव्‍य में वर्णित साहित्यिक एवं सांस्‍कृतिक तथ्‍यों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  473. रघुवंश एवं रावणवध का काव्‍य शास्‍त्रीय दृष्टि कोण से तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  474. रघुवंश महाकाव्‍य में रस एवं अलंकार सौन्‍दर्य
  475. रघुवंशम् एवं जानकीहरणम् का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  476. रघुविलास एक अनुशीलन
  477. रत्‍नावली और चन्‍द्रकला नाटिका का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  478. रस सम्‍बन्‍धी मनोवैज्ञानिक एवं दार्शनिक धारणायें एक अध्‍ययन
  479. रस सिद्धान्‍त की दृष्टि से हरिवंश पुराण का अनुशीलन
  480. रसप्रिया पिभावनम् शीर्षक संस्‍कृत काव्‍य संग्रह का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  481. रसप्रिया विभावनम् शीर्षक संस्‍कृत काव्‍य संग्रह का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  482. राघव नैषधीयम् का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  483. राघवपाण्‍डवीय एवं राघवनैषधीय का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  484. राजतरंगिणी के आधार पर कश्‍मीर की विविध कलाओं का अध्‍ययन
  485. राजशेखर के रूपकों में प्रेम एवं सौन्‍दर्य
  486. राजस्थान में संस्कृत-ध्वनिरुपक परम्परा एवं प्रयोग
  487. राजानक रूय्यक प्रणीत अलंकारसर्वस्‍व और शोभाकर मित्र प्रणीत अलंकाररत्‍नाकर का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  488. रामकथा परक ग्रन्‍थों में श्रीराम तत्‍व विमर्श
  489. रामकथाया ऐतिहासिकत्‍वम्
  490. रामशंकर अवस्‍थी के नाटकों का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  491. रामशडकर अवस्‍थी के महाकाव्‍यों का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  492. रामामरचरितामृतम् महाकाव्‍य का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  493. रामायण एवं रघुवंश के नारी पात्रों का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  494. रामायण का सौन्‍दर्य बोध
  495. रामायण में वर्णित राजतन्त्र एवं शासन-व्यवस्था का आधुनिक परिप्रेक्ष्य में प्रासड़िग्कता
  496. रायबरेली की संस्‍कृत काव्‍य परम्‍परा और आचार्य राम नाथ शर्मा का व्‍यक्तित्‍व एवं कृतित्‍व एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  497. राष्‍ट्रभक्ति एवं साहित्‍य शास्‍त्रीय कसौटी पर प्रतापविजय काव्‍य का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन तथा स्‍वातन्‍त्र्य समर में योगदान
  498. राष्ट्रिय भावना के परिपेक्ष्‍य में संस्‍कृत महाकाव्‍यों का मूल्‍यांकन
  499. राष्‍ट्रीय एकता एवं अखण्‍डता के परिपेक्ष्‍य में वैदिक वाडमय का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  500. राष्‍ट्रीय भावना प्रधान संस्‍कृत नाट्य साहित्‍य में मूलशंकर माणिकलाल याज्ञिक का योगदान
  501. रीतसिद्धान्‍त की दृष्टि से महाकवि भवभूति के रूवकों का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  502. रीति मुक्‍त काव्‍य के परिपेक्ष्‍य में कविवर बोधा का शोधपरक अनुशीलन
  503. रीति सिद्धान्‍त एवं शैली तत्‍व
  504. रीति सिद्धान्‍त की दृष्टि से आश्‍चर्यचूडामणि नाटक का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  505. रीति सिद्धान्‍त की दृष्टि से बालरामायण नाटक का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  506. रीति सिद्धान्‍त की दृष्टि से महाकवि शक्तिभद्र द्वारा रचित आश्‍चर्य चूडामणि नाटक का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  507. रीति सिद्धान्‍त की दृष्टि से श्री हरिसम्‍भव महाकाव्‍य का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  508. रीति सिद्धान्‍त की दृष्टि से श्रीमद्भागवत का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  509. रीति सिद्धान्‍त की दृष्टि से हनुमन्‍नाटक का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  510. रीतिसिद्धान्‍त की दृष्टि से कुन्‍दमाला नाटक का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  511. रीतिसिद्धान्‍त की दृष्टि से प्रभावतीपरिणयम् का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  512. रूक्किमणीहरण महाकाव्‍य का सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  513. रूक्मिणीहरण महाकाव्‍य का काव्‍यशिल्‍प
  514. रूक्मिणीहरण महाकाव्‍य में ध्‍वनितत्‍व
  515. रूक्मिणीहरणमहाकाव्‍य एक आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  516. रूपगोस्‍वामी कृत ललित माधवम् नाटक का नाट्य शास्‍त्रीय एवं साहित्यिक अध्‍ययन
  517. लघुत्रयी और बृहत्‍त्रयी में सौन्‍दर्य प्रसाधन
  518. लघुत्रयी का पर्यावरणीय अनुशीलन
  519. ललित कलाओं की दृष्टि से संस्‍कृत उपख्‍पक नाटिका एक अध्‍ययन
  520. लौगाक्षिभास्‍करकृत तर्ककौमुदी एक आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  521. वक्रोक्ति सिद्धान्‍त की दृष्टि से नवसाहसाड्कचरित का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  522. वक्रोक्ति सिद्धान्‍त की दृष्टि से प्रसन्‍नाराघव नाटक का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  523. वक्रोक्ति सिद्धान्‍त की दृष्टि से मालतीमाधव का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  524. वक्रोक्ति सिद्धान्‍त की दृष्टि से श्रीकृष्‍णचरितामृतम् का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  525. वक्रोक्ति सिद्धान्‍त की दृष्टि से हनुमन्‍नाटक का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  526. वक्रोक्ति- सिद्धान्त के आलोक मे पं श्रीराम दवे कृत संस्कृत महाकाव्यों का समीक्षात्मक अध्ययन
  527. वक्रोक्तिवाद एवम् अभिव्‍यन्‍जनावाद
  528. वक्रोक्तिसिद्धान्‍त की दृष्टि से कुन्‍दमाला नाटक का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  529. वक्रोक्तिसिद्धान्‍त की दृष्टि से म‍हाकवि राजशेखर के रूपकों का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  530. वक्रोक्तिसिद्धान्‍त की दृष्टि से श्रीमद्भगवत का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  531. वक्रोक्तिसिद्धान्‍त की दृष्टि से श्रीमद्भागवत का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  532. वक्रोक्तिसिद्धान्‍त के परिपेक्ष्‍य में शिशुपालवध का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  533. वक्रोक्तिसिद्धान्‍त के परिप्रेक्ष्‍य में शिशुपालवध का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  534. वराह पुराण का लोकतात्विक अनुशीलन
  535. वराहपुराण का सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  536. वर्तमान परिवेश में महाकवि शुद्रक प्रणीत मृच्‍छकटिकम्
  537. वर्तमान संस्‍कृत पत्रकारिता का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  538. वर्तमान सामाजिक और राजनीतिक सर्न्‍दभों में मनुस्‍मृति का गवेषणात्‍मक अध्‍ययन
  539. वर्तामान परिवेश में अथर्ववेदान्‍तर्गत आभिचारिक सूक्‍तों का तात्विक मूल्‍यांकन
  540. वर्धमान चरितम् एक अध्‍ययन
  541. वसिष्‍ठ संहिता योग कांड का व्‍याख्‍यात्‍मक और तुलनात्‍मक अनुशीलन
  542. वसिष्‍ठसंहिता का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  543. वाग्‍भट विरचित नेमिनिर्वाण महाकाव्‍य एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  544. वामन भट्ट बााण कृत नलाभयुदय महाकाव्‍य एक साहित्यिक दार्शनिक एवं सांस्‍कृतिक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  545. वामनपुराण का सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  546. वामनावतरण महाकाव्‍य का साहित्यिक एवं सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  547. वायु पुराण में प्रकृति एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  548. वाराह पुराण का दार्शनिक अनुशीलन
  549. वाल्‍मीकि एवं कालिदास के  प्रकृति चित्रण का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  550. वाल्‍मीकि रामायण एवं तोखे रामायण के सांस्‍कृतिक विषयों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  551. वाल्‍मीकि रामायण का प्राकृतिक एवं सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  552. वाल्‍मीकि रामायण में धर्म और न्‍याय का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  553. वाल्‍मीकि रामायण में राजधर्म
  554. वाल्‍मीकि रामायण रघुवंश एवं रामचरित मानस में रामकथा एवं उसके पात्रों के वैशिष्‍ट्य का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  555. वाल्‍मी‍कीय रामायण की आध्‍यात्मिक प्रवृत्ति
  556. वाल्‍मीकीय रामायण में निहित जीवन मूल्‍य एक अध्‍ययन
  557. वाल्‍मीकीय रामायण में शासन व्‍यवस्‍था का सामान्‍य अनुशीलन
  558. वासवदता में प्रेम तथा सौन्‍दर्य
  559. वासवदत्‍ता का सौन्‍दर्य बोध
  560. विकाग्निमित्र और रत्‍नावली के प्रेम सौन्‍दर्य का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  561. विक्रमांकदेवचरितम् एक सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  562. विक्रमोर्वशीय और मालतीमाधव के सौन्‍दर्यबोध का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  563. विदगधमाधवम् नाटक का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  564. विद्याधरकृत एकावली एक अनुशीलन
  565. विन्‍ध्‍यवासिनि विजय महाकाव्‍य का समीक्षात्‍मक परिशीलन
  566. विवरक्षेमीश्‍वर रचित चण्‍डकौशिक नाटक का नाट्य शास्‍त्रीय एवं साहित्‍य शास्‍त्रीय अनुशीलन
  567. विवाह संस्कार में ज्योतिष शास्त्र का महत्व एक विश्लेषणात्मक अध्ययन
  568. विवेकचूडामणि समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  569. विवेकानन्द विजयम्  समीक्षात्मक अध्ययन
  570. विश्‍वकथाशतकम् का सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  571. विश्‍वगुणादर्शचम्‍पू तथा आनन्‍दवृन्‍दावनचम्‍पू का साहित्यिक और सांस्‍कृतिक दृष्टि से तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  572. विष्‍णु पुराण के भौगोलिक तथ्‍यों का आलोचनात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अनुशीलन
  573. विष्‍णु पुराण में वैष्‍णव धर्म और दर्शन का अनुशीलन
  574. विष्‍णु स्‍मृति का विवेचनात्‍मक अध्‍ययन
  575. विष्‍णुपुराण का सामाजिक अध्‍ययन
  576. वृक्षायुर्वेद का  विश्लेषणात्मक अध्ययन वैदिक साहित्य के परिप्रेक्ष्य में
  577. वृति एवं प्रवृति सिद्धान्त, विश्लेषण, अनुप्रयोग (नाट्यशास्त्र एवं अभिनवभारती के विशेष सन्दर्भ में)
  578. वृहददेवता विश्‍लेषणात्‍मक अध्‍ययन
  579. वेणी संहार का नाट्यशास्‍त्रीय एवं सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  580. वेणीसंहार एवं मुद्राराक्षस नाटक का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  581. वेणीसंहार का मनोवैज्ञानिक अध्ययन
  582. वेणीसंहार का मनोवैज्ञानिक एवं सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  583. वेणीसंहार का मनो‍वैज्ञानिक एवं सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  584. वेणीसंहार का शैलीवैज्ञानिक अध्‍ययन
  585. वेदान्‍त दर्शन की परम्‍परा में आधुनिक व्‍याख्‍याकारों का योगदान एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  586. वेदान्‍तदर्शन एवं राधास्‍वामी मत का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  587. वेदेषु मन्‍त्राणां पुनरावृति एकं विश्‍लेषणात्‍मकध्‍ययनम्
  588. वेदेषु मन्‍त्राणां पुनरावृति एकं विश्‍लेषणात्‍मकमध्‍ययनम्
  589. वेदों और प्रमुख पुराणों के सन्‍दर्भ में राष्‍ट्र की परिकल्‍पना और राष्‍ट्रीयता का विकास एक समीक्षा
  590. वेदों में कृषि पारिस्थितिकी
  591. वेदोक्त संस्कारों में ज्योतिष शास्त्र का समीक्षात्मक अध्ययन
  592. वैदिक  एवं उतर वैदिक साहित्‍य में सूर्य तथा वर्तमान सौर अध्‍ययन
  593. वैदिक आर्ष परम्‍परा एक समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  594. वैदिक ऋचाओं में उपमा सौन्‍दर्य
  595. वैदिक एवं प्राचीन संस्‍कृत वाड.मय में नारी चित्रण
  596. वैदिक युगीन समाज एवं स्‍मृति कालीन समाज में नारी के स्‍थान का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  597. वैदिक वाड्मय में नारी का स्‍थान
  598. वैदिक वाड्मय में सार्वभौम धर्म की अवधारणा
  599. वैदिक साहित्‍य मूलक विश्‍व संस्‍कृति की अन्‍तरग्न समीक्षा
  600. वैष्‍णव उपपनिषदों का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  601. वैष्‍णव चतु सम्‍प्रदाय की भक्ति पद्धति का समीक्षात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  602. वैष्‍णव चतुसम्‍प्रदाय की भक्ति पद्धति का समीक्षात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  603. व्‍यन्‍जनावादी विचारक भट्टप्रभाकर व्‍यक्तित्‍व एवं कृतित्‍व
  604. शंकराचार्य और उनके मायावाद सिद्धान्‍त का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  605. शब्‍द शक्ति तथा अलंकार कौशल के आधार पर भारवि और माघ के काव्‍यों का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  606. शब्‍दशक्ति के परिप्रेक्ष्‍य में लक्षणा शक्ति का समीक्षात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  607. शब्‍दशक्तियों का काव्‍यशास्‍त्र एवं भाषाविज्ञान की तुला पर मूल्‍यांकन
  608. शाक्‍तदर्शन के परिप्रेक्ष्‍य में श्रीमहाीागवतम् एक दार्शनिक अनुशीलन
  609. शाण्डिल्‍य भक्तिसूत्रों के परिप्रेक्ष्‍य में वल्‍लभ तथा चैतन्‍य सम्‍प्रदायों के संस्‍कृत स्‍तोत्र साहित्‍य की समीक्षा
  610. शान्ति नाथ चरित महाकाव्‍य का समलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  611. शिक्षा ग्रन्‍थों का तुलनात्‍मक एवं समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  612. शिवपुराण एक दार्शनिक अनुशीलन
  613. शिवपुराण एक साहित्यिक अनुशीलन
  614. शिवपुराण का काव्‍यशिल्‍प
  615. शिवमहापुराण एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  616. शिशुपालवध का बिम्‍ब विधान
  617. शिशुपालवध में ध्‍वनितत्‍व समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  618. शिशुपालवधम् महाकाव्‍य के सौन्‍दर्यबोध का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  619. शुद्रक कृत मृच्‍छकटिकम् का सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  620. शुम्‍भवध महाकाव्‍य का साहित्यिक एवं सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  621. शैव उपनिषदों का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  622. शैव दर्शन के परिप्रेक्ष्‍य में शिवपुराण का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  623. शोभाकरमित्रकृत अलंकार रत्‍नाकर एक अध्‍ययन
  624. शौरिकथोदय का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  625. शौरिकथोदय का काव्‍यशिल्‍प
  626. श्री अनड.गहर्ष मातृराज प्रणीत तापसवत्‍सराज नाटक का नाट्यशास्‍त्रीय विवेचन
  627. श्री आचार्य वसुबन्‍धुकृत विज्ञप्तिमात्रतासिद्धि एवम् आचार्य श्री शंकरकृत शारीरक भाष्‍य के आधार पर विज्ञानवाद एवम् अद्वैतवाद का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  628. श्री गुरूनानकदेवचरितम् एक अध्‍ययन
  629. श्री गोवर्द्घनाचार्य कृत आर्यासप्‍तश‍ती तथा श्री विश्‍वेश्‍वर पाण्‍डेय कृत आर्यासप्‍तशती का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  630. श्री चैतन्‍य महाप्रभु एवं उनके प्रमुख शिष्‍यों की वैष्‍णव वेदान्‍त को देन
  631. श्री जीवन्‍यायतीर्थ के व्‍यक्तित्‍व एवम् कृतित्‍व का अध्‍ययन
  632. श्री नरसिंह विजय चम्‍पू एवं विश्‍वगुणादर्श चम्‍पू का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  633. श्री नरसिंहपुराण का लोक तात्विक अनुशीलन
  634. श्री भगवतीचरण वर्मा के निबन्‍ध तथा कथा साहित्‍य का समाजशस्‍त्रीय अध्‍ययन
  635. श्री मद्भागवत तृतीयस्‍कन्‍धगतकपिलगीता का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  636. श्री राधा चरित महाकाव्‍य का समीक्षात्‍मक परिशीलन
  637. श्री रामचन्‍द्र मुमुक्षु विरचित पुण्‍यास्‍त्रव कथा कोश का जैन कथा साहित्‍य में मुल्‍यांकन
  638. श्री रूपगोस्वामी विरचित ललितमाधवम्  नाटक का  समालोचनात्मक अध्ययन
  639. श्री वत्‍सलान्‍छन भट्टाचार्य प्रणीत काव्‍यातृतम् एक अनुशीलन
  640. श्री विष्‍णु पुराण में वर्णित सामाजिक दर्शन का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  641. श्री विष्‍णुधर्मोतर पुराण में चित्रसूत्रम्
  642. श्री शंकराचार्य चरित महाकाव्‍य एक समीक्षात्‍मक परिशीलन
  643. श्री स्‍वामि विवेकानन्‍द चरित महाकाव्‍य का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  644. श्रीआनन्‍दवृन्‍दावनचम्‍पू तथा भागवतचम्‍पू का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  645. श्रीकृष्ण कवि कृत ‘मन्दारमरन्दचम्पू’ के काव्यशास्त्रीय आयाम एक अध्ययन
  646. श्रीकृष्‍णचरितामृतम महाकाव्‍य का शैलीवैज्ञानिक अनुशीलन
  647. श्रीकृष्‍णचरितामृतम् महाकाव्‍य का सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  648. श्रीकृष्णचैतन्यचरितामृतम्  और  चैतन्यचरितामृतम् – महाकाव्यद्वय में काव्यसौन्दर्य एवं चैतन्यदर्शन
  649. श्रीमज्जिनदतसूरीश्वरप्रणीतविवेकविलासस्य समालोचनात्मकमध्ययनम्
  650. श्रीमद् भागवत में मुख्‍य तथा गौण रस
  651. श्रीमद् वाल्‍मीकि रामायण का साहित्यिक मूल्‍यांकन
  652. श्रीमद्भगवतगीता एवं श्रीमद्भागवत पुराण में वर्णित भक्ति के स्‍वरूप का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  653. श्रीमद्भगवतगीता में कर्मयोग ज्ञानयोग  एवं भक्तियोग की अवधारणा
  654. श्रीमद्भगवतगीता में कर्मयोग ज्ञानयोग एवं भक्तियोग की अवधारणा
  655. श्रीमद्भगवद्गीता एवं श्रीपद्भगवत के दार्शनिक तत्‍वों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  656. श्रीमद्भगवद्गीता और अचिन्त्यभेदाभेदपरक टीकाएँ -एक समीक्षात्मक अध्ययन
  657. श्रीमद्भगवद्गीता का  भाषा-दर्शन
  658. श्रीमद्भगवद्गीता के दार्शनिक तत्‍वों का श्रीरामचरितमानस पर प्रभाव एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  659. श्रीमद्भागवत का काव्‍यशिल्‍प
  660. श्रीमद्भागवत का शैली वैज्ञानिक अनुशीलन
  661. श्रीमद्भागवत का सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  662. श्रीमद्भागवत का सौन्‍दर्यबोध
  663. श्रीमद्भागवत के एकादश स्‍कन्‍ध का दार्शनिक एवं सांस्‍कृतिक परिशीलन
  664. श्रीमद्भागवत के भगवन्नामों का तात्विक विवेचन
  665. श्रीमद्भागवत पुराण में वर्णित सांख्यदर्शन  के परिप्रेक्ष्य में ‘वामनावतरणम्’ महाकाव्य का समीक्षात्मक अध्ययन
  666. श्रीमद्भागवत महापुराण में प्रेम भक्ति एवम् दर्शन का तात्विक अनुशीलन
  667. श्रीमद्भागवत में परोक्षवाद
  668. श्रीमद्भागवत में प्रेम एवं सौन्‍दर्य
  669. श्रीमद्भागवत में रस एवम् अलड्कार विमर्श
  670. श्रीमद्भागवत् में पुरूषार्थ चतुष्‍टय
  671. श्रीमद्वाल्‍मीकीय रामायण में लोकतांत्रिक मूल्‍य
  672. श्रीरामचन्‍द्रसूरि विरचित नलविलास नाटक का नाट्यशास्‍त्रीय अध्‍ययन
  673. श्रीरामानन्‍द सम्‍प्रदाय के परिपेक्ष्‍य में स्‍वामी भगवदाचार्य जी की काव्‍य कृतियों का अध्‍ययन
  674. श्रीरामानन्‍ददिग्विजय महाकाव्‍य का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  675. श्रीरूपगोस्‍वामी के रूपकों का नाट्यशास्‍त्रीय अनुशीलन
  676. श्रीवत्सला छन भट्टाचार्य प्रणीत काव्यामृतम् का समीक्षात्मक अध्ययन
  677. श्रीविश्‍वनाथदेवप्रणीत सडगीतरघुनन्‍दनम् का समालोचनात्‍मक अध्‍ययन
  678. श्रीस्‍वामीविवेकानन्‍दचरितम् का सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  679. श्रीस्‍वामीविवेकानन्‍दचरितम् महाकाव्‍य एक साहित्यिक अनुशीलन
  680. श्रीहरिसंभवमहाकाव्‍य एक सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  681. श्रीहरिसम्‍भव महाकाव्‍य का सौन्‍दर्य बोध
  682. श्रीहर‍िसम्‍भवमहाकाव्‍य में अलंकारयोजना
  683. श्‍वेताश्‍वतरोपनिषद् में तत्‍व विज्ञान
  684. षड्दर्शन के परमतत्‍व
  685. षड्दर्शनों के उद्गममूलक साहित्‍य का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  686. षड्दर्शनों से पूर्व की ब्रह्म स्‍वरूप मीमांसा
  687. संगीततत्‍व की दृष्टि से संस्‍कृत गीतिकाव्‍य का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  688. संस्‍कृत उपन्‍यास का उद्भव विकास एवं संभावनायें
  689. संस्‍कृत का मुक्‍तक काव्‍य सर्वेक्षण एवं अध्‍ययन
  690. संस्‍कृत काव्‍य शास्‍त्र में भक्ति रस का विवेचन
  691. संस्‍कृत काव्‍य शास्‍त्र में लक्षणा का स्‍वरूप
  692. संस्‍कृत काव्‍यशास्‍त्र पर भारतीय दर्शन का प्रभाव
  693. संस्‍कृत काव्‍यशास्‍त्र में लक्षणा शक्ति का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  694. संस्‍कृत काव्‍यशास्‍त्र में व्‍यन्‍जना एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  695. संस्कृत काव्याशास्त्रीय परम्परा में काव्यशिक्षा प्रविधि, सिद्धान्त, विश्लेषण (आचार्य विनयचन्द्रसूरी कृत काव्यशिक्षा के विशेष सन्दर्भ  में)
  696. संस्‍कृत काव्‍यों में चित्रित राम के स्‍वरूप का हिन्‍दी काव्‍यों के राम स्‍वरूप पद पडे. प्रभाव का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  697. संस्‍कृत की नीति कथाओं राज्‍य विषयक चिन्‍तन
  698. संस्‍कृत के गद्यकाव्‍यों में लोकचिन्‍तन
  699. संस्‍‍कृत के दूत काव्‍यों का साहित्यिक एवं सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  700. संस्‍कृत के दूतकाव्‍यों का साहित्यिक एवं सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  701. संस्‍कृत के पौराणिक महाकाव्‍य
  702. संस्‍कृत के प्रमुख महाकाव्‍यों में वात्‍सल्‍य चित्रण
  703. संस्‍कृत के प्रमुख रूपकों में करूण रस का अनुशीलन
  704. संस्‍कृत के प्रमुख रूपकों में चित्रित लोक जिवन
  705. संस्‍कृत कोष परम्‍परा में वर्ग कोष एक अध्‍ययन
  706. संस्‍कृत गद्य काव्‍य परम्‍परा एवं तिलकमन्‍जरी एक विवेचनात्‍मक अध्‍ययन
  707. संस्‍कृत गद्य साहित्‍य में अतिमानवीय तत्‍व एक अनुशीलन
  708. संस्‍कृत गद्यकाव्‍य समीक्षा के मानदण्‍ड
  709. संस्‍कृत गीत परम्‍परा में आचार्य शम्‍भुनाथ मिश्र एक आलोचनात्‍म‍क अध्‍ययन
  710. संस्‍कृत गीत परम्‍परा में आचार्य शम्‍भुनाथ मिश्र एक आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  711. संस्‍कृत गीति काव्‍य में संगीत तत्‍व
  712. संस्‍कृत गीतिका जयदेव कृत गीतगोविन्‍दम् के परिपेक्ष्‍य में
  713. संस्‍कृत चरित काव्‍य परम्‍परा में श्रीकण्‍ठचरितम् एक साहित्यिक दार्शनिक एवं सांस्‍कृतिक अध्‍ययन
  714. संस्‍कृत चरित काव्‍य परम्‍परा में हरचरित चिन्‍तामणि एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  715. संस्‍कृत धर्मशास्‍त्र एवं हिन्‍दू विधि
  716. संस्‍कृत नाटकों में प्रयुक्‍त प्राकृत भाषाओं का आलोचनात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  717. संस्‍कृत नाटकों में सहकथावस्‍तु
  718. संस्‍कृत नाटिका एक विवेचनात्‍मक अध्‍ययन काव्‍यानुशासन अग्नि पुराण नाट्य दर्पण साहित्‍य दर्पण आदि के परिप्रेक्ष्‍य में
  719. संस्‍कृत नाट्य परम्‍परा में कर्म सिद्धान्‍त एवं पुनर्जन्‍म की अवधारणा
  720. संस्‍कृत नाट्य परम्‍परा में प्रतीकात्‍मक रूपक विधा एक समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  721. संस्‍कृत नाट्य परम्‍परा में बांग्‍लादेशोदयम् एक समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  722. संस्‍कृत नाट्य में नायकों के सहायकों का प्रमुख ग्रन्‍थों को दृष्टि में रखकर समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  723. संस्‍कृत नाट्य में पताका एवं प्रकरी की सार्थकता एक अध्‍ययन
  724. संस्‍कृत नाट्य साहित्‍य में दुखान्तिका
  725. संस्‍कृत नाट्य साहित्‍य में दुखान्तिका एक अध्‍ययन
  726. संस्‍कृत नाट्यसाहित्‍य में दुखान्तिका एक अध्‍ययन
  727. संस्‍कृत नृत्‍यनाट्य और आधुनिक शास्‍त्रीय नृत्‍यनाट्य एक सैद्धान्तिक और प्रायोगिक अध्‍ययन
  728. संस्‍कृत बृहत्‍त्रयी के सांस्‍कृतिक एवं पर्यावरणीय प्रतिमान एक समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  729. संस्‍कृत भाणिका साहित्‍य तथा रूपगोस्‍वामी कृत दानकेलिकौमुदी एक समालोचनात्‍मक अध्‍ययन
  730. संस्‍कृत भाषा में क्रिया स्‍वरूप गठन में तिड. प्रत्‍ययों की भूमिका अष्‍टाध्‍यायी के आधार पर विश्‍लेषणात्‍मक अध्‍ययन
  731. संस्‍कृत महाकाव्‍यों का प्रबन्‍ध शिल्‍प
  732. संस्‍कृत महाकाव्‍यों में वात्‍सल्‍य रस
  733. संस्‍कृत मासिक पत्रिकाओं का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  734. संस्‍कृत में गान्‍धी चरित पर आधृत काव्‍यों का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  735. संस्‍कृत रूपकों में करूण रस
  736. संस्‍कृत रूपकों में प्रकरण एवं उसका सामाजिक मूल्‍यांकन
  737. संस्‍कृत रूपकों में प्रतिनायक तथा उनके सहायकों का नाट्य शास्‍त्रीय दृष्टि से मूल्‍यांकन
  738. संस्‍कृत रूपकों में प्रासंगिक  कथावस्‍तु में पताका एवं प्रकरी भेदों की नाटकीय सार्थकता एक अध्‍ययन
  739. संस्‍कृत रूपकों में भाषाओं का स्‍वरूप एक अध्‍ययन
  740. संस्‍कृत वाड.मय में वर्णित चतुष्‍षष्टि कलाएं एक सर्वेक्षण
  741. संस्‍कृत वाड्मय में गंगा
  742. संस्‍कृत वाड्मय में निरूपित वास्‍तु के मूल तत्‍व
  743. संस्‍कृत वाड्मय में निरूपित श्री गणेश तत्‍व का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  744. संस्‍कृत वाड्मय में हनुमान
  745. संस्‍कृत वास्‍तु शास्‍त्रीय साक्ष्‍य पर भारतीय देवयतनों का अध्‍ययन
  746. संस्‍कृत व्‍याकरण में आख्‍यात उपसर्ग और निपात
  747. संस्‍कृत शिलालेखों की साहित्यिक समीक्षा
  748. संस्‍कृत सन्‍देश काव्‍यों का साहित्यिक विवेचन
  749. संस्‍कृत साहित्‍य में चित्रकला एक अध्‍ययन
  750. संस्‍कृत साहित्‍य में निरूपित गुरू शिष्‍य परम्‍परा एक अध्‍ययन
  751. संस्‍कृत साहित्‍य में परम भागवत अंजनीनन्‍दन का स्‍वरूप
  752. संस्‍कृत साहित्‍य में पूर्वराग शृडगार सिद्धान्‍त और प्रयोग
  753. संस्‍कृत साहित्‍य में मर्यादा पुरूषोतम राम
  754. संस्‍कृत साहित्‍य में राज्‍य और उसके अंगों का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  755. संस्‍कृत साहित्‍य में वर्णित राजतन्‍त्र में प्रज्ञातान्त्रिक तत्‍वों का अनुशीलन
  756. संस्‍कृत साहित्‍य में वृक्ष एक विश्‍लेषणात्‍मक अध्‍ययन
  757. संस्‍कृत साहित्‍य में श्री राम का स्‍वरूप एक अनुशीलन
  758. संस्‍कृत साहित्‍य समीक्षा में आचार्य बलदेव उपाध्‍याय का योगदान
  759. संस्‍कृत साहित्‍ये मान‍वीय मूल्‍यानाम् अनुशीलनम्
  760. संस्‍कृत साहित्‍येतिहास लेखन के पाश्‍चात्‍य एवं भारतीय दृष्टिकोण का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  761. सट्टक उपरूपक के रूप में श्रंग्डारमन्‍जरी व आनन्‍द सुन्‍दरी का आलोचनात्‍मक तथा तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  762. सड्गीतरघुनन्‍दनम् का समालोचनात्‍मक अध्‍ययन
  763. सत्‍यहरिश्‍चन्‍द्र एक आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  764. सनत्‍कुमारचक्रिचरित महाकाव्‍य का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  765. सनातनगोस्वामी विरचित बृहद् भागवतामृतम् का समालोचनात्मक अध्ययन
  766. सन्‍त रज्‍जब दास के काव्‍य की सांस्‍कृतिक मीमांसा
  767. सन्‍तकवि दादू सम्‍प्रदाय साधना एवं साहित्‍य का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  768. सन्‍देश काव्‍यों का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  769. सप्‍तसैन्‍धव प्रदेश प्राचीन साहित्‍य में विशेषत ऋग्‍वेद के आधार पर भौगोलिक अध्‍ययन
  770. समकालीन नवगीत में नारी विमर्श
  771. समरपुड.गव दीक्षित विरचित यात्रा प्रबन्‍ध तथा लक्ष्‍मणशास्‍त्री तैलडग प्रणीत सिन्‍धुवादवृतम्
  772. समाज शास्‍त्रीय दृष्टि से ब्रहाण्‍ड पुराण का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  773. समाज शास्‍त्रीय दृष्टि से श्रीमद भागवत और भुशुण्डि रामायण का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  774. समाजशास्‍त्रीय दृष्टि से आनन्‍द रामायण और वाल्‍मीकि रामायण का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  775. समाजशास्‍त्रीय दृष्टि से ब्रह्माण्‍डपुराण का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  776. समाजशास्‍त्रीय दृष्टि से वाल्‍मीकिरामायण और श्रीमद्भागवत का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  777. समाजशास्‍त्रीय दृष्टि से श्रीमद्भगवत और पद्मपुराण का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  778. सहज राजयोग एवं स्‍वामी श्‍याम की सहज श्‍याम ध्‍यान प्रणाली
  779. सहदयानन्‍द महाकाव्‍य का समीक्षात्‍मक परिशीलन
  780. सांख्‍य एवं अद्वैत व‍ेदान्‍त दर्शन के प्रमुख सिद्धान्‍तों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  781. सांख्‍य एवं अद्वैत वेदान्‍त दर्शन के प्रमुख सिद्धान्‍तों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  782. सांख्‍य और वेदान्‍त का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  783. सामाजिक भ्रष्टाचार  कारण एवं निवारण (महाभारत के विशेष संदर्भ में)
  784. साम्‍बपुराणोक्‍त सूर्योपासना एक अध्‍ययन
  785. सायणीयवेदभाष्योध्दतानां शुक्लयजुर्वेदसंहितामन्त्राणां समीक्षात्मकमनुशीलनम्
  786. साहित्‍यदर्पण एवं भावप्रकाशन के नाट्य तत्‍वों का तुलनात्‍मक एवं समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  787. साहित्यदर्पण और साहित्यसुधासिन्धु तुलनात्मक अध्ययन
  788. साहित्‍यदर्पण का आलोचनात्‍मक एवं तुलनात्‍मक अनुशीलन
  789. साहित्यिक तथा दार्शनिक दृष्टि से श्री रूपगोस्‍वामी कृत विदग्‍घमाधवम् नाटक का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  790. सिद्धान्‍त कौमुदी के कात्‍यायनीय वार्तिकों का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  791. सिन्‍धु कन्‍या तथा झांसी की रानी लक्ष्‍मी बाई उपन्‍यासों का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  792. सुबन्‍धुकृत वासदत्‍ता का शैली वैज्ञानिक अध्‍ययन
  793. सुर्जन चरित महाकाव्‍य का समीक्षात्‍मक परिशीलन
  794. स्‍कन्‍दपुराण का दार्शनिक अनुशीलन
  795. स्‍कन्‍दपुराण का सांस्‍कृतिक अनुशीलन
  796. स्‍तोत्र काव्‍य परम्‍परा में नारायणीयम् काव्‍य का समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  797. स्‍फोट सिद्धान्‍त और अभिव्‍यजना सिद्धान्‍त
  798. स्‍फोट सिद्धान्‍त और अभिव्‍यन्‍जना सिद्धान्‍त
  799. स्‍मृति शास्‍त्रीय व्‍यवहार एवं न्‍याय पद्धति
  800. स्‍मृतियों में निरूपित दंड एवं न्‍याय व्‍यवस्‍था की वर्तमान सन्‍दर्भ में तुलना
  801. स्‍मृतियों में वर्णित राजशास्‍त्र का आधुनिक परिपेक्ष्‍य में मूल्‍यांकन
  802. स्‍वतन्‍त्र भारत की संस्‍कृत कविता
  803. स्‍वांतत्र्योत्‍तर संस्‍कृत काव्‍य एवं काव्‍यशास्‍त्र के सन्‍दर्भ में आचार्य शम्‍भुनाथ मिश्र के कृतित्‍व का आलोचनात्‍मक अध्‍ययन
  804. स्‍वाधीनतोतर हिन्‍दी नाटकों में लोकतान्त्रिक मूल्‍य
  805. स्‍वामी अचिन्‍त्‍यानन्‍द प्रणीत हरिसम्‍भव महाकाव्‍य का भक्तिपरक अनुशीलन
  806. स्‍वास्‍थ्‍य विज्ञान के परिप्रेक्ष्‍य में अठारह पुराणों का अध्‍ययन
  807. हनुमन्‍नाटक का नाट्य शिल्‍प
  808. हनुमन्‍नाटक का शैलीवैज्ञानिक अध्‍ययन
  809. हनुमन्‍नाटक में सौन्‍दर्य बोध
  810. हरविजय एवं चक्रवाणि विजय महाकाव्‍यों में वर्णित दार्शनिक एवं सांस्‍कृतिक तथ्‍यों का तुलनात्‍मक अनुशीलन
  811. हरविजय एवं युधिष्ठिर विजय महाकाव्‍य में वर्णित समाज
  812. हरिवंश पुराण का साहित्यिक अध्‍ययन
  813. हरिवंशपुराण के सामाजिक दर्शन का समीक्षात्‍मक अनुशीलन
  814. हरिहर प्रणीत ‘प्रभावती परिणयम्’ का समालोचनात्मक अध्ययन
  815. हर्षचरित एवं शिवराजविजय का तुलनात्‍मक तथा समीक्षात्‍मक अध्‍ययन
  816. हर्षवर्धन कृत रत्‍नावली नाटिका और शिड्गभूपाल कृत कुवलयावली नाटिका का तुलनात्‍मक अध्‍ययन
  817. हिन्‍दी नाटकों में चित्रित बौद्ध कालीन संस्‍कृ‍ति का पर्यवेक्षण
  818. हिन्‍दू अर्थशास्‍त्रीय मान्‍यताओं की पृष्‍ठभूमि में कौटिलीय अर्थतांत्रिक व्‍यवस्‍था का सामाजिक समीकरण
  819. हीर सौभाग्‍यम् विवेचनात्‍मक अध्‍ययन

Datasource Credit: Shodhganga, India

Pic Credit: Unsplash

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